आधुनिक भारत के असली शिल्पकार थे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी : अजय राय

वाराणसी। पूरे देश में कांग्रेसजन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि मना रहा है। वाराणसी में भी महानगर कार्यालय में पुण्यतिथि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वहीं पूर्व विधायक अजय राय ने राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें आधुनिक भारत का असली शिल्पकार बताया गया। 
पूर्व विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय राय ने कहा की राजीव गांधी भारत के असली शिल्पकार थे। भारत को मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और दुनिया के सभी देशों में प्रथम रैंक में लाना और मानव जाति की सेवा करना राजीव जी की सोच थी। राजीव गाँधी ने भारत को एक मजबूत सैन्य शक्ति वाला विकसित , ताकतवर व संचार उपकरणों से लैस आधुनिक भारत बनाने का सपना अपने दिल में पाले थे और उन्होंने अपने इस सपने को साकार करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाये, जो आगे चलकर 21वीं सदी के आधुनिक भारत की नींव बनी है
उन्होंने आगे कहा कि राजीव गाँधी वाकई में आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा थे।आधुनिक भारत के वह स्वप्नदृष्टा व उभरता हुआ राजनेता असमय ही हम सबसे दूर हो गए। मगर अपने पांच साल के छोटे से कार्यकाल में उन्होंने कई अहम फैसले लिए कार्य किये, जिन्होंने देश की जनता के दिलों दिमाग में एक अमिट छाप छोड़ी है। 
अजय राय ने अपने वक्तव्य में कहा कि राजीव गांधी द्वारा लिये गये फैसलों ने 21वीं सदी के आधुनिक भारत की नींव रखने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसीलिए उन्हें 21वीं सदी के भारत का निर्माता या आधुनिक भारत का स्वप्नदृष्टा भी कहा जाता है। विकसित, ताकतवर व संचार उपकरणों से लैस आधुनिक भारत के अपने सपने को साकार करने के लिए उन्होंने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में कई सारे अहम कदम उठाये। दूरसंचार क्रांति का आगाज किये।“डिजिटल इंडिया बनाने का सपना राजीव गांधी बहुत पहले ही देख चुके थे। युवाओं को वोट देने का अधिकार। युवाओं को अपने जनप्रतिनिधियो को चुनने तथा देश के प्रति उन्हें जिम्मेदार व सशक्त बनाने के लिए राजीव गांधी जी ने युवाओं की वोट देने की उम्र 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष कर दी, जिसका युवाओं ने जोरदार स्वागत किया है।
पूर्व प्रधानमंत्री कंप्यूटर क्षेत्र में क्रांति लाये। पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत किया। राजीव गांधी का मानना था कि जब तक पंचायती राज व्यवस्था सशक्त एवं सबल नहीं होगी, तब तक निचले स्तर तक लोकतंत्र नहीं पहुंच सकता। युवाओं को सशक्त बनाने के साथ ही सत्ता का विकेंद्रीकरण भी राजीव गांधी ने करना शुरू किया,  जिसका परिणाम पंचायत राज व्यवस्था के रूप में सामने आया। जवाहर नवोदय विद्यालयों की शुरुआत किये। स्व.राजीव गांधी का मानना था कि युवा शक्ति में कुछ भी कर गुजरने का सामर्थ्य होता है। इसीलिए वो हर क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी के पक्षधर थे।

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