मकर संक्रांत‍ि 2022: कोविड प्रोटोकाल के साथ गोरखनाथ बाबा तक खिचड़ी चढ़ाने पहुंचेंगे श्रद्धालु

गोरखपुर

मकर संक्रांति के अवसर बाबा गोरखनाथ के दरबार में श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने के लिए सुरक्षित रूप से पहुंच सके, इसके लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन ने तैयारी शुरू कर दी है। मुख्य मंदिर परिसर में इसके लिए बेरीकेडिंग शुरू हो गई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रबंधन और प्रशासन का कोविड प्रोटोकाल के पालन पर जोर है। खिचड़ी चढ़ाने वाले हर श्रद्धालु को थर्मल स्कैन से गुजरने के बाद ही मंदिर में प्रवेश मिलेगा। मास्क हर हाल में लगाना होगा। सैनिटाइजर के इस्तेमाल की भी अनिवार्यता रहेगी।

गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति के लिए शुरू हुई बेरीकेडिंग

इसके लिए पांच स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क बनाया जा रहा है। इनमें चार हेल्प डेस्क मंदिर के प्रवेश द्वारा बनाए जा रहे हैं। एक-एक हेल्प डेस्क पूर्वी और उत्तरी प्रवेश द्वार स्थापित हो रहा है। इसके अलावा मंदिर परिसर के अंदर मौजूद मुख्य मंदिर गेट पर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग हेल्प डेस्क होगा। सभी डेस्क जरूरत होने पर श्रद्धालुओं के लिए मास्क की मुफ्त उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।

ऐसी होगी ख‍िचड़ी चढ़ाने की व्‍यवस्‍था

खिचड़ी चढ़ाने के लिए हमेशा की तरह श्रद्धालुओं को मुख्य मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार से ही प्रवेश दिया जाएगा। दक्षिण द्वार से मेला परिसर में जाने की सुविधा दी जाएगी जबकि उत्तरी यानी यज्ञशाला गेट परिसर में श्रद्धालुओं राजेंद्र नगर-बरगदवां की ओर जा सकेंगे। श्रद्धालुओं की मदद के लिए जिला प्रशासन के कर्मचारी और पुलिस कर्मी तो मुस्तैद रहेंगे ही, मंदिर प्रबंधन अपने स्वयंसेवकों की भी इसमें जिम्मेदारी तय करेगा। हर स्थान पर मंदिर से जुड़े शिक्षण संंस्थानों के कर्मचारी, शिक्षक और विद्यार्थियों को प्रबंधन की ओर से तैनात किया जा रहा है।

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