वाराणसी बना गंगा के किनारे बसा सबसे स्वच्छ शहर, राष्ट्रपति ने दिया पुरस्कार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को गंगा किनारे बसे सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है। शनिवार को नई दिल्‍ली स्थित राष्ट्रपति भवन में वाराणसी के प्रतिनिधि मंडल ने गंगा किनारे बसे स्वच्छ शहर के लिए पुरस्कार प्राप्त किया। भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों वाराणसी को आज दो पुरस्कार मिले हैं। एक स्वच्छ गंगा टाउन में प्रथम पुरस्कार और दूसरा गारवेज फ्री सिटी का अवार्ड।आज स्वच्छता को लेकर किए गए सर्वेक्षण के परिणामों के आधार पर भारत सरकार की ओर पुरस्कार वितरण किए गए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सभी विजेता शहरों और राज्यों के प्रतिनिधियों को खिताब दिया। वाराणसी को गंगा नदी क्षेत्र में बसे शहरों में सबसे स्वच्छ नगर माना गया है।राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार लेने के लिए विज्ञान भवन में यूपी सरकार के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, वाराणसी की मेयर मृदुला जायसवाल, अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दूबे और वाराणसी के नगर आयुक्त प्रणय सिंह मौजूद रहे।वाराणसी में नगर निगम द्वारा घर-घर जाकर नियमित रूप से कूड़ा उठाने और सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई का इसमें बड़ा योगदान है। शहर में ठोस कचड़ा का स्मार्ट प्रबंधन किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी योजना से जुड़े कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से कूड़ा घरों को जोड़ दिया गया है। शहर भर में सड़क किनारे छोटे कूड़ादान से लेकर बड़े कंटेनर तक रखे गए हैं। नगर निगम मुख्यालय बड़े स्तर पर स्वच्छता को लेकर काम कर रहा है।

Share this news