ग्रामीण क्षेत्रों में जीवित्पुत्रिका का पर्व मना

ग्रामीण क्षेत्रों में जीवित्पुत्रिका का पर्व मना पिंडरा। ग्रामीण क्षेत्रों में पुत्रो के लंबी उम्र की कामना के लिए जीवित्पुत्रिका का पर्व धूमधाम से मना । लेकिन कोरोना में हर गांव में एक दर्जन से अधिक हुई मौत से पूजा करने वाले महिलाओं की संख्या कम दिखी। वही ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में भी पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष ग्राहकों की संख्या कम दिखी। फल बिक्रेता सुनील सोनकर ने बताया कि इस बार कोरोना में हुई मौत का असर जीवित्पुत्रिका पर्व पर पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पर्व को मनाने के लिए व मन्नते पूरी होने पर निराजल ब्रती महिलाये गाजे बाजे के साथ पूजा स्थल पहुची और कथा का श्रवण किया। ब्रती महिलाओ में श्रद्धा व भक्ति का अपार उत्साह दिखा। अपराह्न से लेकर सायंकाल तक तालाब व पोखरे के किनारे पूजापाठ चला। क्षेत्र के पिंडरा, फूलपुर, सिंधोरा, कुआर, कठिराव, भानपुर,मंगारी और ओदार समेत अनेक बाजारों व गांवो में तालाब के किनारे भीड़ दिखी। ब्रत का पारण सुबह सूर्योदय के बाद गुरुवार को होगा।

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