बाबा के मजार पर हजारो ने टेका मत्था, बच्चो ने उठाया मेले का लुफ्त


पिंडरा।
क्षेत्र प्रसिद्ध व हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक मिराशाह का मेला गुरुवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सकुशल सम्पन्न हो गया। इस दौरान मेला कमेटी ने दर्ज़नो भूले भटके लोगों को मिलाया गया। मेले में दोपहर बाद भीड़ बड़ी तो देर शाम तक लगी रही।
वाराणसी जौनपुर मार्ग पर मिराशाह स्थित मिरशाह बाबा के मजार पर नागपंचमी के बाद पड़ने वाले गुरुवार को लगने वाला मेला आसपास के इलाकों में ख्यातिलब्ध है। मजार पर अल सुबह से ही बाबा के भक्तों के आने का क्रम लगा रहा। इस दौरान चादर चढ़ाने के साथ मन्नते पूरी होने पर ढोल नगाड़ों के साथ पहुचे। मेले का मुख्य आकर्षण महिलाओं के घरेलू सामान, बच्चो के खिलौने की दुकानें व झूले रहे। मेला क्षेत्र में भीड़ को देखते हुए फूलपुर पुलिस द्वारा तीन जोन में बांटा गया था। जिसकी जिम्मेदारी दरोगाओं को दी गई थी। मजार के बाहर भी काफी संख्या में पुलिस बल तैनात रही। वही मुख्य मार्ग पर यातायात के पुलिस आवागमन संभाले हुए थे। पूरे दिन वाराणसी जौनपुर मार्ग पर लगने वाले उक्त स्थल पर वाहन रेंगते रहे। हालांकि फोरलेन बनने के कारण किसी को परेशानी का सामना नही करना पड़ा।
मेले के दौरान सायंकाल में शोहदे भी सक्रिय दिखे। कई शोहदों को पुलिस ने पकड़ने पर खूब खातिरदारी की। इंस्पेक्टर फूलपुर जगदीश कुशवाहा मयफोर्स मेला क्षेत्र का चक्रमण करते दिखे।
बाबा के खादिम मुनैवर अली ने बताया कि मेला शांतिपूर्ण ढंग से बिता और 25 हजार से अधिक लोगों ने मत्था टेका।
बताते चलें कि कोविड के कारण दो साल से मेला नही लग रहा था। जिसके कारण इस बार भीड़ दिखी। वही मेला क्षेत्र में अतिक्रमण होने व जगह जगह निर्माण हो जाने के कारण दुकानदारों व मेलार्थियों को परेशानी उठानी पड़ी।

Share this news