राहुल गांधी आज सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि समूचे हिंदुस्तान के जन – जन की आवाज हैं

हमे अपनी न्यायपालिका पर शुरू से ही पूर्ण भरोसा रहा है । आखिर में देश की सर्वोच्च अदालत ने भी श्री राहुल गांधीजी के मामले में अपने न्यायसंगत और वैधानिक जजमेंट देकर देश की सामान्य से सामान्य जनता के दिलो दिमाग मे न्यायपालिका के ऐतबार को पुनः सिद्ध कर दिया। शायद इसीलिए सर्वोच्च अदालत को न्याय का आखिरी चौखट माना जाता है ।

                  वस्तुतः जननायक माननीय श्री राहुल गांधी जी के इस मामले में लोक सभा सचिवालय की तरफ से सत्ता के इशारे पर जिस तेजी के साथ उनकी सदस्यता को रद्द किया गया तथा उनके बंगले को खाली कराया, वह सब कहीं न कहीं विधि सम्मत नहीं था , यह बात आज देश की सर्वोच्च अदालत के इस ऐतिहासिक फैसले से सिद्ध हो गया । यह सारा कुछ केंद्रीय सत्ता के इशारे पर किया गया । इसके मूल में गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्तों की वह परत है, जिसे हमारे नेता श्री राहुल गांधी जी ने संसद में खोला था ।  आज भी श्री राहुल गांधी जी के वे सारे प्रश्न अभी भी अपने उत्तर का इंतजार कर रहे हैं, जो उन्होंने संसद में मोदी जी से पूछा था ।

               देश की संसद में   श्री राहुल गांधी जी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गौतम अडानी के संबंधों के विषय में पूछे गए प्रश्नों से बचने के डर यह सारा कुछ करवाया गया था । नरेंद्र मोदी सरकार जिस तरह से देश के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और देश की सार्वजनिक संपदा को अपने मित्रों के चरणों में कौड़ियों के भाव में समर्पित करते जा रहे हैं, वह प्रधानमंत्री पद पर बैठे व्यक्ति के लिए शोभा नही देता । देश की संपदा पर पहला हक जनता का है, नाकि मोदी जी के चंद पूंजीपति मित्रों का ।

                वस्तुतः यह श्री राहुल गांधी जी के संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन था । सबसे हैरत की बात यह थी कि जिस व्यक्ति ने यह मोदी सरनेम का शिकायत दर्ज कराया था, वह खुद उस सरनेम से जुड़ा नही था । आखिर में हमारी सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में श्री राहुल गांधीजी को मिली सजा पर रोक लगाकर न सिर्फ राहुल गांधी जी बल्कि भारतीय न्यायपालिका में आम जनता के भरोसा और विश्वास को बढ़ाया है । श्री राहुल गांधीजी को मिली इस जीत में हर एक कांग्रेस कार्यकर्ता की जीत समाहित है । यह जीत अन्याय पर न्याय की, अनीति पर नीति की जीत है । जब से श्री राहुल गांधी जी संसद में अनुपस्थित हैं, भारतीय संसद में उनकी कमी खल रही थी, क्योंकि एकमात्र श्री राहुल गांधी जी ही एक ऐसे राजनेता हैं, जिनके संसद में उपस्थित होने भर से समूची संसद खुद को संपूर्ण महसूस करती है । श्री राहुल गांधी की आवाज में समूचे विपक्ष का, समूचे हिंदुस्तान की जनता की आवाज समाहित है । हम सब कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए यह खुशी का दिन है । आज भारतीय लोकतंत्र को जिस तरह से कुचलने और रौदने का दुस्साहस वर्तमान सरकार कर रही है, ऐसे कठिन समय में यह फैसला हम सबके लिए संजीवनी का काम करेगी, ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है ।   मै भारत की सर्वोच्च अदालत के इस फैसले का हृदय से स्वागत करता हूं तथा साथ ही अपने माननीय न्यायाधीश महोदय को हृदय से धन्यवाद व आभार प्रकट करता हूं । 


                अजय राय
              पूर्व विधायक
                     एवं
             प्रांतीय अध्यक्ष
     उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी
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