संत शिरोमणि रैदास की पवित्र जन्मस्थली पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष ने मत्था टेक प्रदेश जनता की खुशहाली के लिए मांगी दुआ

हे प्रभु जी तुम चंदन हम पानी, जाकी बास अंग अंग ही बसानी तथा मन चंगा तो कठौती में गंगा जैसी अनगिनत अनमोल रचनाओं से समाज में व्याप्त कुरीतियों, कुप्रथाओं से लड़ने वाले तथा अपनी अमृत वाणी से समाज को एकता व भाईचारे का अमर संदेश देने वाले मध्यकाल के महान निर्गुनिया संत संत शिरोमणि रैदासजी की जयंती के शुभ अवसर संत रैदास की पवित्र जन्मस्थली सीर गोवर्धन स्थित रैदास मंदिर में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने अपना शीष नवाकर देश और प्रदेश की खुशहाली के लिए प्रार्थना की तथा भक्तों के साथ लंगर चखा । इस अवसर पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रांतीय अध्यक्ष पूर्व विधायक अजय राय तथा जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, दुर्गाप्रसाद गुप्ता, देवेंद्र प्रताप सिंह, कमलेश ओझा, मकसूद खान प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया बृज लाल खाबरी ने कहा कि – महान संत रैदास जी ने अपने जीवन का काल में सामाजिक रूढ़ियों, वर्जनाओं और कुप्रथाओं के खिलाफ संघर्ष किया । उनकी रचनाओं में हम इसको ध्वनित होते हुए महसूस कर सकते हैं । जब भी मैं संत रैदास को पढ़ता हूं, मुझे उनकी वाणी से आत्म परिष्कार मिलता है। मध्यकाल में काशी से समूचे विश्व को ज्ञान का दीपक दिखाने वाले दो महान निर्गुनिया संत, संत कबीर और संत रैदास ने समूची मानवता के उत्थान की बात कही। उनकी रचनाएं न सिर्फ एक काल विशेष का अतिक्रमण करती हैं बल्कि आने वाले हज़ार – हज़ार वर्षों तक आने वाली पीढ़ियों को मार्गदर्शित करती रहेंगी । संत रैदास जी की शिक्षाओं और उनके आदर्शों पर चलकर ही हम उनके बेगमपुरा को हकीकत में उतार सकते हैं। यही आजके दिन की सबसे बडी उपलब्धि होगी । संत रैदास पढ़ने से ज्यादे जीवन में ढालने और उसपर चलने का नाम है ।

डॉ. नृपेंद्र नारायण सिंह, प्रवक्ता – वाराणसी कांग्रेस

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