सेवा में,
माननीय श्री आदित्यनाथ योगी जी।
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार
लखनऊ।

आदरणीय महोदय,

 आगामी दिनों में जी-20 की महत्वपूर्ण बैठक काशी में होना निश्चित हुआ है और उसमें 20 देशों के राष्ट्राध्यक्षगण शामिल होंगे। यह काशी के लिए बहुत सम्मान की बात है और शायद काशी में 1955 के बाद पहली बार एक साथ कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष जुटेंगे। उस वक्त ऐसे वीवीआईपी जमावड़े को ध्यान में रखकर सुरक्षित ट्रैफिक के लिये पं.कमलापति त्रिपाठी के प्रयासों से युद्ध स्तर पर काम कराकर वरुणा नदी पर मात्र 55 दिनों में ही एक पुल बना दिया गया था। वर्तमान में बनारस के विकास के लिए आपके प्रयासों के बावजूदमैं इस पत्र‌ के माध्यम से आपका ध्यान इस बात की ओर आकृष्ट करना चाहता हूं कि बनारस की ट्रैफिक व्यवस्था, ट्रैफिक के दबावों की अपेक्षा के विपरीत अत्यन्त बदहाल स्थिति में है। अतः जनसमस्या के इस आति महत्वपूर्ण पहलू के निराकरण की दरकार जनमानस में बनी हुई है।उसको लेकर उच्च स्तरीय ठोस नियोजित प्रयासों की जरूरत है और काशीवासियों के बीच व्यापक विमर्श के बाद इस पत्र के माध्यम से कुछ ठोस सुझावों के माध्यम से हम आपका ध्यान समुचित समाधान की ओर आकर्षित करना चाहते हैं। इस संदर्भ में सुझाव व निवेदन का बिन्दुवार विवरण आपके संज्ञान हेतु प्रस्तुत है, जिस पर समुचित त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा है, जिससे जटिल से जटिलतम होती जा रही ट्रैफिक सुधार की समस्या का समाधान हो सके :  

ट्रैफिक से निदान के लिए क्या करना चाहिये :

1- रोड पर ठेला व छोटी दुकानों का एक निश्चित जगह होना चाहिए।
2.शहर में टोटो के रेजिस्ट्रियन पर कन्ट्रोल किया जाय।
3.सप्ताह में एक दिन नो मोटर व्हेकिल डे घोषित किया जाय।
4.सड़क के किनारे अतिक्रमण तत्काल हटाये जाय।
5.स्थायी समाधान योजना के तहत सभी प्रमुख चौराहों पर फ्लाई ओवर निर्माण का सर्वेक्षण एवं काम प्राथमिकता से होना चाहिए। टी सेफ, एल सेफ, आई सेफ या जो भी उचित हो, सर्विस लेन शहर के अंदर होनी चाइये। मुख्य चौराहों पर वाहन स्टैंड्स सुनिश्चित होने चाहिये। 15 साल पुरानी गाड़ी कड़ाई से बंद हो।
6.चौराहे बड़े हों, इस दिशा में तकनीकी रूप से संभव और जरूरी पहल होनी चाहिए।
7.सभी निर्माणाधीन फ्लाईओवर्स का निमार्ण समय सिमा के अंदर हो,यथा : – कज्जाकपुरा और लहरतारा फ्लाईओवर का लंबे समय से लंबित निर्माण कार्य।
8.एकल गामी (वनवे) रास्तों की पहचान कर, उसे सख्ती से लागू किया जाय।
9.रेलवे स्टेशन (वाराणसी कैंट) से बाहर आने वाले लोगों के लिये एयरपोर्ट जैसी सड़क की ब्यवस्था हो और गाड़ी के बाहर निकले के लिए अंडरपास बने जो दैनिक जागरण कार्यालय के पास से बहार निकल जाये।
10.शहर में प्रवेश के लिए कई विकल्प होने चाहिये। यथा – चौकाघाट, पांडेपुर, हुकुलगंज, पुलिस लाइन, कचहरी, नदेसर, अर्दली बाजार के लिए अंडरग्राउंड पास।
11.गाजीपुर रोड एवं सारनाथ के लोगो़ं के लिए कज्जाकपुरा फ्लाईओवर का काम तात्कालिक प्राथमिकता के साथ युद्ध स्तर पर पूरा किया जाय।
12.जिला जेल को स्थान्तरित किया जाय एवं इस जगह पर मिनी सेक्रिटिएट बनाया जाय।
13.लहरतारा-फुलवरिया ओवरब्रिज का निर्माण अतिशीघ्र पूर्ण करा कर इसे बाबतपुर रोड पर शिवपुर में मिलाया जाय। इससे ट्रैफिक प्रणाली पर भारी दबाव से तात्कालिक रूप से काफी हद तक राहत‌हासिल होगी।
14.स्टेशन के सामने वाई सेक्सन द्वारा दोनों छोर कनेक्ट किये जांय।
15.सिटी बस स्टॉप को स्थानांतरित किया जाय जिससे शहर में बड़ी बसों का प्रवेश न हो।
16.मंडुआडीह फ्लाईओवर को पुलिस स्टेशन के बाद तक विस्तारित किया जाय।
17.कचहरी के निकट राजश्री मिष्ठान वाली रोड को वनवे किया जाय।
18.वाराणसी में 5500 आटो रिक्शा का सिटी परमिट है जिसमें 600 परमिट निरस्त कर दिया गया है। अब वाराणसी में ऑटो रिक्शा का परमिट 4900 वैध है।
व्यवहार में वाराणसी शहर में अवैध रुप से कम से कम 20 हजार ऑटो रिक्शा व ई रिक्शा चलते हैं,यातायात बाधित होने का यह बहुत बड़ा कारण है।
शहर से अवैध आटोरिक्शा एवं ई- रिक्शा को अगर बाहर किया जाय। इससे जाम की समस्या से बड़ी राहत मिल सकती है।
19.जिस तरह शहर में ऑटो रिक्शा के परमिट की संख्या निर्धारित की गई है उसी तरह से ई-रिक्शा की संख्या शहर के लिए निर्धारित की जाय।
20-लंका, नरिया सहित अनेक स्थानों पर बीच सड़क बेहद बेढ़ंगे स्वरूप में छोटे छोटे मंदिर हैं, जिनका कोई लोकजीवन में माहात्म्य नहीं है। वे यातायात अवरोध एवं निरन्तर जाम का बहुत बड़ा कारण बने हुते हैं, क्योंकि सड़क चौड़ीकरण के बाद भी वह अपनी जगह बेतरतीब खड़े हैं। उन्हें ससम्मान स्थानांतरित किया जाय। इससे की क्षेत्रों में जटिलतम बन गई ट्रेफिक व्यवस्था में भारी राहत आयेगी।
ससम्मान,
भवदीय,

(शैलेन्द्र सिंह),
पूर्व उपाध्यक्ष छावनी परिषद वाराणसी।

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