इसके अलावा पुलिस वहां भी गई जहां दोनों ने पार्टी की थी, लेकिन कुछ भी बरामद नहीं हुआ। पुलिस अब उस पेडलर की तलाश कर रही है जिसने डॉ. अभिषेक और सारा को ड्रग सप्लाई की थी। इसके साथ ही डॉ. अभिषेक को जांच पूरी होने तक गोवा न छोड़ने का निर्देश पुलिस ने दिया
19 नवंबर को दोनों गए थे बीच पर
वाराणसी के अर्दली बाजार क्षेत्र के टैगोर टाउन निवासी डॉ. अभिषेक विक्रम सिंह इनफिनिटी केयर हॉस्पिटल के संचालक हैं। डॉ. अभिषेक और उनकी गर्लफ्रेंड सारा खान बीती 19 नवंबर को गोवा पहुंचे। दोनों वहां से वेगेटर बीच घूमने निकले थे। गोवा पुलिस के अनुसार, डॉ. अभिषेक और सारा ने वेगेटर बीच में पार्टी के दौरान नशीले पदार्थ का सेवन किया। इसके बाद सारा को डांस के दौरान बेचैनी और उल्टी होने लगी। फिर दोनों होटल चले गए।
बाथरूम के फर्श पर बेहोश पड़ी थी लड़की
20 नवंबर की सुबह डॉ. अभिषेक की नींद खुली तो उन्होंने सारा को बाथरूम के फर्श पर बेहोश पाया। हृदय रोग विशेषज्ञ होने के कारण उन्होंने सारा को प्राथमिक उपचार देने का प्रयास किया, लेकिन उनकी तबीयत में कोई सुधार नहीं आया। इस पर उन्होंने होटल स्टाफ से संपर्क किया। इसके बाद सारा को कैंडोलिम के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां शुरुआती उपचार के बाद पणजी के पास एक निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। कलंगुट पुलिस ने कहा कि सारा फिलहाल वेंटिलेटर पर हैं। डॉ. अभिषेक, सारा और एक अज्ञात ड्रग पेडलर पर NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
जल्द फाइल होगी चार्जशीट
गोवा की कलंगुट पुलिस के अनुसार, सारा और डॉ. अभिषेक को नशीला पदार्थ सप्लाई करने वाले ड्रग पेडलर की तलाश की जा रही है। उसने पार्टी वाली जगह पर ही दोनों को नशीला पदार्थ उपलब्ध कराया था। इन्वेस्टिगेशन कम्प्लीट होते ही मुकदमे से संबंधित चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी।
कलंगुट पुलिस ने बताया कि सारा खान ने गोवा का टूर प्रोग्राम डॉ. अभिषेक के अलावा मुंबई के एक दोस्त के साथ बनाया था। मगर, मुंबई वाला दोस्त नहीं आया तो सारा और डॉ. अभिषेक ही गोवा पहुंचे। प्रारंभिक पूछताछ में डॉ. अभिषेक ने स्वीकार किया है कि दोनों ने नशीले पदार्थ का सेवन किया था।
मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है
पूर्व मंत्री और सपा नेता वीरेंद्र सिंह ने ‘वाराणसी न्यूज़’ से कहा कि उनके बेटे ने कुछ गलत नहीं किया है। फॉर्मा कंपनी के बुलावे पर अभिषेक सहित कई अन्य डॉक्टर और अन्य लोग गोवा गए थे। वहां उस युवती की तबीयत खराब हुई तो अभिषेक उसे हॉस्पिटल ले गए और भर्ती करा कर कागजात पर अपना नाम-पता दर्ज कराए। पुलिस ने उनसे कहा है कि आपका नाम और पता दर्ज है तो युवती के होश में आने और जांच पूरी होने तक यहीं रुक जाएं। इस पर वह अपने होटल में ही रुके हैं। इसके अधिक कोई और बात नहीं है।
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