धन विपत्ति का मूल है, इससे सुख नही मिलता- रामसिंह महाराज

पिंडरा
राधा स्वामी आश्रम करखियाव में चल रहे पांच दिवसीय सत्संग कार्यक्रम के तीसरे दिन परम संत सद्गुरु बाबा राम सिंह जी महाराज ने कहाकि सत्संगति से अनासक्ति और अनासक्ति से निर्मोह की प्राप्ति और निर्मोह से वास्तविक तत्व का अनुभव होता है।
उन्होंने कहाकि सर्वदा इसका ध्यान रखे के धन विपत्ति का मूल है। सत्य यही है कि उसमे कभी कोई सुख मिलने वाला नही है । धनी व्यक्ति को अपने पुत्र से भी भय लगता है। सत्संग के दौरान गुरु महिमा पर भक्तों को सम्बोधित किया। सत्संग में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, कर्नाटक व भारत के अनेक राज्यों से तथा विदेश से भी लोग सत्संग में भाग लिए हैं। सत्संग का सायँ 6 बजे तक चला।

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