एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन

दिनांक :- 10 मई 2022, हरहुआ ब्लॉक, वाराणसी

विधानसभा चुनाव समाप्त होते ही पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस के दाम आसमान छूने लगे हैं। महगाई के साथ-साथ बेरोजगारी भी भयानक रूप लेती जा रही है। मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है अगर मिल भी रहा है तो मजदूरी का उचित दाम नहीं मिल रहा है। मजदूरों किसानों के लिए पर चलाना, पढ़ाई- दवाई का बोझ बढ़ता ही जा रहा है। बेरोजगारी-भुखमरी झेल रहे गरीबों को 5 किलो राशन देकर उनके एक हिस्से का वोट बटोरने वाली मोदी-योगी की जोड़ी, अब चुनाव जीतने के बाद गरीबों-आदिवासियों के घरों को उजाड़ रही है। मिर्जापुर, सोनभव और आजमगढ़ में बरसों से बसे हुए गरीबों-आदिवासियों को उजाड़ने का आदेश हुआ है वरना बुलडोजर लाने की धमकी दी जा रही है। मुस्लिम समाज को उजाड़ता हुआ, भाजपा का बुलडोजर अब गरीबों-मजदूरों पर भी चलने लगा है।

प्रदेश में बढ़ता अपराध पिछले सारे रिकार्ड तोड़ रहा है। चंदौली जिले में पुलिस द्वारा घर में घुसकर दो बहनों को पीटने की घटना जिसमें एक की मौत हो गयी, ललितपुर की गैंगरेप पीड़िता की थाने में बलात्कार की घटना ने योगी सरकार के खूनी चेहरे को उजागर कर दिया है। अगर गरीबों को सम्मान के साथ जिंदा रहना है, तो अपनी रोजी-रोटी और अधिकारों की लड़ाई को आगे बढ़ाना होगा और सरकार से मांग करनी पड़ेगी कि उन्हें काम मिले, काम का उचित दाम मिले। प्रदेश में गरीबों और मुसलमानों पर बुलडोजर चलाने की नीति पर तत्काल रोक लगाई जाये।

हमारी मांगे हैं

  1. मनरेगा में साल में 200 दिन काम दो
  2. बकाया मजदूरी का भुगतान करो
  3. मनरेगा में मजदूरी अब 200 नहीं, 500 से कम इस महंगाई में गुनारा नहीं 4. रोजगार पाने के इच्छुक हर मजदूर का पंजीकरण करो, मस्टररोल में नाम चढ़ाओं, काम दो और समय से भुगतान करो।

निवेदक :- अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा, मनरेगा मजबूर सभा

0 9648457095, 8756310068

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