पिंडरा क्षेत्र के यूक्रेन में फंसे तीनो छात्र सकुशल पहुचे घर 18 घण्टे भूखे प्यासे रहकर किया बॉर्डर पार–देवल

पिंडरा क्षेत्र के यूक्रेन में फंसे तीनो छात्र सकुशल पहुचे घर 18 घण्टे भूखे प्यासे रहकर किया बॉर्डर पार–देवल
पिंडरा। पिंडरा क्षेत्र के तीनों छात्र भारत सरकार की मदद से बिना एक रुपये खर्च किये गुरुवार को घर पहुच गए। इसके लिए छात्र व उसके परिजनों ने सरकार को धन्यवाद दिया।
यूक्रेन के ओडेसा शहर से बीती रात डेढ़ बजे अपने घर पहुचे पिंडरा निवासी व ओडेसा नेशनल मेडिकल कालेज में फोर्ट ईयर के छात्र देवल ने बताया कि ओडेसा से 26 फरवरी को बस से रोमानिया के लिए निकला। इस दौरान बीच बीच मे मुख्य रोड पर रूसी सेना के अटैक होने के कारण छोटे और अंदर के रास्ते होकर किसी तरह रोमानिया बॉर्डर के समीप पहुचा लेकिन 12 किमी दूर ही बस रोक दिए जाने से उतनी दूरी पैदल दूर करनी पड़ी। बॉर्डर पर चेकिंग व पार करने के लिए लगातार बर्फबारी के बीच भूखे प्यासे18 घण्टे लगातार खड़ा होकर बिताया। इस दौरान कई छात्र चक्कर खा गिर पड़ते तो स्थानीय लोग मदद करते और खाने पीने की थोड़ी बहुत व्यवस्था कर देते। लेकिन खड़े हालात में ही सब कुछ करना पड़ा। बॉर्डर पर रोमानिया सरकार की लगी बस से किसी तरह भारतीय दूतावास के शेल्टर होम पहुचा तब जाकर राहत की सांस ले पाया। सरकार के विमान में बैठने से लेकर घर तक पहुचाने की व्यवस्था की। वही देर रात घर पहुचने पर पिता डॉ आरसी वर्मा व माता फुलकुमारी ने आरती उतारी और मुंह मिठाकर घर मे प्रवेश कराया। वही इस दौरान माता पिता और बहन के आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे।
बताते चलें कि पिंडरा क्षेत्र से तीन छात्र यूक्रेन में फंसे थे। इस समय फूलपुर निवासी डॉ दिलीप गिरी का पुत्र शिवम गिरी और धरसौना निवासी नंदलाल का पुत्र ललित कुमार भी सकुशल गुरुवार को घर पहुच गए। अपनो के बीच पहुचने पर उनके आँखों से आँसू निकल आये। वही इन तीनो लोगो के घर कुशलक्षेम पूछने वालो का तांता लगा रहा।

Share this news