वाराणसी
मतदान के दौरान बुजुर्ग वोटरों की असुविधा को ध्यान में रखकर पिछले दो चुनावों से मतदान केंद्रों पर रैंप आदि बनाए जा रहे हैैं। इसके बावजूद उन्हें पोङ्क्षलग बूथों तक पहुंचाने में स्वजन को काफी दिक्कतें होती हैैं। चलने-फिरने से लाचार कई बुजुर्ग मतदाताओं को तो चारपाई या गोद में मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जाता है। कोरोना महामारी और बुजुर्गों को होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने इस इन्हें अपने घर से ही वोट देने की सहूलियत प्रदान की है। जो भी अशक्त बुजुर्ग इच्छुक होगा वह घर से ही पोस्टल बैलेट के जरिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेगा। मतदान कर्मचारी उनके घर जाएंगे और कोरोना गाइडलाइन का पालन कराते हुए वोट दिलाएंगे। बलिया समेत पूर्वांचल के 10 जिलों में करीब 3.42 लाख बुजुर्ग वोटरों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी की जाएगी। इसके लिए जिलों में मतदान अधिकारियों व कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है।
पूर्वांचल में 9035 वोटर हैैं शतायु :
10 जिलों में 100 वर्ष की आयु पूरी करने वाले करीब 9035 वोटर हैं। इनमें बहुतों की तबीयत भी खराब चल रही है। अस्वस्थ वोटरों की अलग सूची बनाई जा रही है। इन्हें प्राथमिकता पर रखा गया है। इसके लिए टीमें गठित की जा रही हैं। पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान कराया जाएगा।
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