वाराणसी का मौसम रिपोर्ट : फिर पहुंच रहा तीव्र गति का पश्चिमी विक्षोभ 24 घंटे में होगी बारिश

वाराणसी

अभी गुरुवार को बूंदाबांदी कर एक पश्चिमी विक्षोभ गुजरा ही है, उसका असर शुक्रवार को भी बादलों के रूप में बना रहा कि इसी बीच अगले 24 घंटे के अंदर एक अन्य तेज गति से पश्चिमी विक्षोभ के पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रवेश की संभावना है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि यह पश्चिमी विक्षोभ काफी तेज गति का सघन पानीदार बादलों से युक्त है। इसके पहुंचने पर कई दिनों तक तेज बारिश का मौसम बन सकता है। कई दिनों तक छिटपुट, छींटे या तेज बारिश करने के बाद इसके गुजरते ही तेज ठंड की लहर आएगी। यह शीतलहर जनजीवन को काफी प्रभावित करने वाली हो सकती है। इसका प्रभाव एक सप्ताह से अधिक समय तक बना रह सकता है।

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि यह पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार को ही जम्मू-कश्मीर पहुंच चुका है। इसकी गति अपेक्षाकृत तेज है, संभावना है कि यह शनिवार की देर-सबेर या रात में पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर सकता है। इसकी वजह से शनिवार को पूरे दिन आसमान में बादल रह सकते हैं। दोपहर बाद किसी समय बारिश हो सकती है। अब यह हवा की गति पर निर्भर करता है कि यह बारिश कैसी होगी। यह छिटपुट छींटों की तरह से लेकर तेज भी हो सकती है। यदि वायुदाब का अनुकूल साथ मिला तो यह पश्चिमी विक्षोभ कई दिनों तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में मौसम खराब बारिश करा सकता है। उन्होंने बताया कि अभी धरातल से एक किमी ऊपर तक पुरुवा हवाएं चल रही हैं, इसलिए मौसम में ठंड नहीं है। जबकि एक किमी के बाद वायुमंडल में पछुआ हवाएं चल रही हैं जिनकी सघनता 5-6 किमी ऊपर तक है। यही हवाएं पश्चिमी विक्षोभ को इधर लाने में सहायक बनेंगी और मौसम पर प्रभाव डालेंगी। उन्होंने बताया कि किसी भी तीव्र विक्षोभ के तीन भाग होते हैं, पहला हिस्सा वार्म फ्रंट होता है, इसके पहुंचने पर बादल घिर जाते हैं, मौसम में गर्माहट बनने लगती है। दूसरा भाग वार्म सेक्टर का होता है। इसके पहुंचने पर बारिश शुरू हो जाती है। तीसरा हिस्सा कोल्ड फ्रंट होता है जो तेज गरज के साथ बारिश कराता है। इसके साथ ही तीव्र गति से ठंडी हवाएं चलने लगती है। हवाओं में गलन बढ़ जाती है और तीन-चार दिनों तक बारिश बनी रहती है।

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