गैंगस्‍टरों पर सख्‍त हुए गोरखपुर के डीएम, गैंगस्टर विजय प्रताप की एक करोड़ की संपत्ति जब्त करने का आदेश

गोरखपुर

फर्जी शस्त्र लाइसेंस प्रकरण के आरोपित विजय प्रताप की एक करोड़ की संपत्ति जब्त होगी। इस सम्बंध में जिलाधिकारी ने आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार गैंगस्टर में निरुद्ध विजय प्रताप की पांच गाड़ियाें को कैंट पुलिस कब्जे में लेगी।इसके अलावा पुलिस ने विजय प्रताप की सात करोड़ रुपये की अन्य सम्पत्ति को भी जब्त करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजा है।जिसका आकलन चल रहा है।

यह है मामला

14 अगस्त 2019 को फर्जी शस्त्र लाइसेंस का प्रकरण सामने आया था। गोरखनाथ इलाके के तनवीर की गिरफ्तारी के बाद पता चला था कि गाेरखपुर में बड़े पैमाने पर फर्जी तरीके से शस्त्र का लाइसेंस बना है। जिसमें तत्कालीन असलहा बाबू राम सिंह की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जांच में तत्कालीन असलहा बाबू रहे राम सिंह, पूर्व असलहा बाबू अशोक गुप्ता, सेवानिवृत्त बाबू विजय प्रताप श्रीवास्तव, संविदाकर्मी अजय प्रताप गिरी का नाम भी मुकदमे में शामिल करने के साथ ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा। जांच के बाद कैंट पुलिस ने मूल रुप से पीपीगंज क्षेत्र के रहने वाले प्रापर्टी डीलर विजय प्रताप, विकास तिवारी, तनवीर, शमशेर आलम, प्रणय प्रताप सिंह, शमशाद, विजय प्रताप श्रीवास्तव, आजम लारी, शाहिद अली, असफाक अहमद, विवेक मद्धेशिया, रवि प्रताप पाण्डेय, राम सिंह, अशोक गुप्ता और अजय प्रताप गिरी के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। मामले की जांच अभी चल रही है।

इनके खिलाफ हुई है गैंगस्टर की कार्रवाई

कैंट पुलिस ने एक साल पहले विजय प्रताप, विकास तिवारी, तनवीर, शमशेर आलम, प्रणय प्रताप सिंह, शमशाद, आजम लारी, शाहिद अली, असफाक अहमद, विवेक मद्धेशिया, रवि प्रताप पाण्डेय और अजय प्रताप गिरी के खिलाफ गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज किया। इसी मुकदमे में थानेदार ने विजय प्रताप की संपत्ति जब्त करने के लिए जिलाधिकारी के पास रिपोर्ट भेजा था।

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