वाराणसी
जिले में तापमान में लगातार उतार चढ़ाव का दौर जारी है। कोहरा और गलन का असर दिखने का मिल रहा है। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पश्चिमी विक्षोभ का असर मध्य उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुका है। इसका असर शाम तक पूर्वांचल में भी होने की उम्मीद जताई जा रही है। माना जा रहा है कि गलन और कोहरे का जो दौर चल रहा है उसमें बारिश और बादल और भी इजाफा करेगा। गुरुवार सुबह कोहरा और गलन के लोग घरों से कम ही निकले।
पूर्वांचल में अब पश्चिमी विक्षोभ का असर आने ही वाला है, इसकी वजह से पाला और गलन के साथ ही तापमान में कमी और ठंडी यूरोपीय हवाएं पूर्वांचल में काबिज हो जाएंगी। जबकि बारिश होने के बाद पूर्वांचल में खेतों में जहां राहत मिल सकती है तो दूसरी ओर हवाएं तेज चलीं तो खेतों में काफी नुकसान भी हो सकता है। हालांकि, अभी गेहूं और अरहर की पौध छोटी ही है। वहीं सब्जियों और ईंट भट्ठा कारोबार को नुकसान हो सकता है। जबकि, धान खरीद केंद्रों में पर्याप्त व्यवस्था नहीं हुई तो उपज भीगने का खतरा है।
वातावरण में गलन का असर लगातार जारी रहने से सुबह लोग बिस्तर में या आंच सेंकते नजर आए। शरीर पर गर्म कपड़ों में और भी इजाफा होता जा रहा है। पश्चिमी विक्षोभ का असर कुछ घंटों में पूर्वांचल तक आने के बाद बादलों की सक्रियता भी होगी और बूंदाबांदी भी हो सकती है। माना जा रहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के पीछे गलन भी शुरू हो जाएगा और वातावरण पूरी तरह से सर्द के असर में डूब जाएगा। बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य रहा। न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 100 फीसद और न्यूनतम 67 फीसद दर्ज की गई।
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